
“स्वस्थ रहना सज़ा नहीं, आत्म-सम्मान है।
आज अगर आप अपने शरीर का आदर करेंगे,
तो कल दवाइयों की ज़रूरत कम पड़ेगी।”

“स्वस्थ रहना सज़ा नहीं, आत्म-सम्मान है।आज अगर आप अपने शरीर का आदर करेंगे,तो कल दवाइयों की ज़रूरत कम पड़ेगी।”

“स्वस्थ रहना सज़ा नहीं, आत्म-सम्मान है।
आज अगर आप अपने शरीर का आदर करेंगे,
तो कल दवाइयों की ज़रूरत कम पड़ेगी।”
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