
“सबसे गहरे रिश्ते परिपूर्णता से नहीं, बल्कि मौजूदगी से बनते हैं।
जब दिल सुरक्षित महसूस करते हैं, तो बातें खुद-ब-खुद बहती हैं—
और प्यार अपने रास्ते तक आसानी से पहुँच जाता है।”

“सबसे गहरे रिश्ते परिपूर्णता से नहीं, बल्कि मौजूदगी से बनते हैं।जब दिल सुरक्षित महसूस करते हैं, तो बातें खुद-ब-खुद बहती हैं—और प्यार अपने रास्ते तक आसानी से पहुँच जाता है।”

“सबसे गहरे रिश्ते परिपूर्णता से नहीं, बल्कि मौजूदगी से बनते हैं।
जब दिल सुरक्षित महसूस करते हैं, तो बातें खुद-ब-खुद बहती हैं—
और प्यार अपने रास्ते तक आसानी से पहुँच जाता है।”
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