
“हर चिंता को अपने कंधों पर उठाना, गहराई से परवाह करने जैसा नहीं होता।
सच्ची ताकत यही है कि दिल पूरी तरह जुड़ा होने पर भी मन शांत, स्थिर और संतुलित रहे।”

“हर चिंता को अपने कंधों पर उठाना, गहराई से परवाह करने जैसा नहीं होता।सच्ची ताकत यही है कि दिल पूरी तरह जुड़ा होने पर भी मन शांत, स्थिर और संतुलित रहे।”

“हर चिंता को अपने कंधों पर उठाना, गहराई से परवाह करने जैसा नहीं होता।
सच्ची ताकत यही है कि दिल पूरी तरह जुड़ा होने पर भी मन शांत, स्थिर और संतुलित रहे।”
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