
“एक समय था जब सुबह की सैर का मतलब मस्ती, खाने-पीने और रोमांच से होता था, अब बस यही सुनने को मिलता है, “सब्ज़ी लेने चले?”
“एक समय था जब सुबह की सैर का मतलब मस्ती, खाने-पीने और रोमांच से होता था, अब बस यही सुनने को मिलता है, “सब्ज़ी लेने चले?”

“एक समय था जब सुबह की सैर का मतलब मस्ती, खाने-पीने और रोमांच से होता था, अब बस यही सुनने को मिलता है, “सब्ज़ी लेने चले?”
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