
“जिस दिन आपको खरीदारी में मज़ा आना बंद हो जाए, वही दिन होता है जब आपने जीवन की अनोखी खुशियों से हार मान ली होती है।”
“जिस दिन आपको खरीदारी में मज़ा आना बंद हो जाए, वही दिन होता है जब आपने जीवन की अनोखी खुशियों से हार मान ली होती है।”

“जिस दिन आपको खरीदारी में मज़ा आना बंद हो जाए, वही दिन होता है जब आपने जीवन की अनोखी खुशियों से हार मान ली होती है।”
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